Saturday, 12 July 2025

                                                       हों सजग हम,यही सबको बताना है,

करो मजबूत खुद को, यह दिखाना है l

हर समय उत्तम समय आता नहीं है,

                                                       समय को ही हमें उत्तम बनाना है l 

Friday, 11 July 2025

 

मीलों चले गरीब, सिर्फ भोजन को पाने,

मीलों चले अमीर, सिर्फ बस उसे पचाने l

भोजन मिलता उसे, जिसे विश्वास रहा है,

चलता रहे फकीर, खुदा को ही वह माने l

Thursday, 10 July 2025

 

दुराचरण  से सच  में  मानव सदा घिनोना हो जाता है,

सन्तोषी यदि, घास फूस भी सुखद विछोना हो जाता है l

विज्ञ जनों की यदि हम मानें, हम अपने आचरण सुधारें,

सत्संगति  ही  पारस मणि  है, लोहा सोना हो जाता है |

Wednesday, 9 July 2025

 

हँसना, गाल फुलाना बोलो, एक साथ  कैसे  सम्भव है,

सोना, अरहर को तुम तोलो,एक तराजू क्या सम्भव है |

वायस, पिक का भेद उजागर हो जाता है हर बसंत में,

तुम बेमेल रसों को घोलो, मधुरस पाओ क्या सम्भव है |

Tuesday, 8 July 2025

 

सत्यम   शिवं  सुन्दम   की  गूँजी है वाणी,

सत्यमेव  जयते  की  हमने  पढ़ी  कहानी l

ऐक झूंठ सो  बार कहें क्या सच हो सकता,

सच तो सच  है,यही बात जानी पहिचानी l

Monday, 7 July 2025

 

वशीकरण  का  मन्त्र  जिन्होंने, मनो योग से  साधा,

उन्हें नहीं विचलित कर सकते, किन्चित विघ्न न बाधा |

सिद्धि सदा  होती  प्रयत्न  से, करो  साधना  मन से,

माना  था आराध्य कृष्ण को, जीत सकी  थी  राधा |

Sunday, 6 July 2025

कलुषित असत विचारों को बस धोते जाओ,

बीज सफलता  के  जीवन  में  बोते जाओ l

तुममें  अहंकार  न  पनपे  बस  जीवन में,

है  मेरा  आशीष  अग्रसर  होते   जाओ l

  

Saturday, 5 July 2025

 

बस जरा सी बात,खबर बन जाती है, तकरार में,

फिर वही  तिल से ताड़ बन जाती  है अखबार में |

हवा  में  उडती  खबर  इस  सियासी दौर में,

कुछ तो  उडाओ खबर, आना  हमें सरकार में |

Friday, 4 July 2025

 

पुत्र पिता से जाना जाता यही नियम है,

पिता पुत्र से जाना जाये होता कम है l

पिता धन्य है जिसका पुत्र सवाया होता,

दशरथ जाने गये राम से यह अनुक्रम है l

Thursday, 3 July 2025

 

भोजन,पानी,शूद्ध वायु से,तन का होता पूर्ण विकास,

श्रेष्ठ विचारों से प्रसन्न मन, पहुँच सके ईश्वर के पास |

चिन्तन,मनन,स्वाध्याय से, ज्ञान गुणी संग प्राप्त करें,

मिले प्रेरणा शुभ कर्मो की, प्रभु मिल जाते यह विश्वास|

 

Wednesday, 2 July 2025

सेवा  भाव  समर्पण  सीखें,  तो  समाज यहाँ  मान हो,

श्रेष्ठ नियम आचरण करें हम, कार्य हमारे भी महान हों |

आपस में सब बैर भुला कर, सम्मानित अग्रज को करिये,

                                           सभी लोग फिर करें अनुशरण, अपना ऐसा संविधान हो | 

Tuesday, 1 July 2025

 

हमको क्या करना है जग में, लक्ष्य बनाओ निश्चित,

जीना,मरना तो  जीवन क्रम,भटके, हुये  पराजित |

आये  हैं  किस हेतु  धरा पर, इस पर  करिये मंथन ,

व्यर्थ जायगा यह जीवन ही, फिर क्या मिले कदाचित |