Wednesday 24 May 2023

क्रोध, शोक, चिन्ता से बढती है लौलुपता,

तृष्णा  या  उद्वेग बढाती  है  कामुकता.

लक्ष्मी, विद्या और प्रतिष्ठा हम पा सकते,

क्षमा, दया, सन्तोष, ज्ञान से बढती क्षमता.

  

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