पूजा हो श्री राम की,किन्तु सदा निष्काम,
सोते जगते
गाइए, बिना
किये विश्राम l
राम, राम, जय
राम जी, राम राम भज राम,
राम
राम भजते रहो, यदि
चाहो आराम l
मन में
हों श्री राम जी, काम
करें सब राम,
हर क्षण हो बस राममय, बिना
किये विश्राम l
सारा
जग है राममय, सभी जगह हैं राम,
मन निर्मल यदि आपका, तो
बसते अभिराम l
चलते फिरते भी भजो, मन
ही मन श्री राम,
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