Dr. Hari Mohan Gupta
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Friday 18 May 2018
रात जागते ही रहें,
रात जागते ही रहें, रोगी, कामी, चोर,
केवल कायर,दीन ही, सदा मचाते शोर l
लोभ और निर्लज्यता, गर्व संग है क्रोध,
मानवता की राह में, वे बनते अवरोध l
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