Thursday, 11 September 2025

                                                     मुर्गा जो बांग दे कर, सुबह  सबको जगाता है,

शाम को प्लेट में सजकर, सदा को सो जाता है,

उसके उत्सर्ग का यह हश्र होगा, वह क्यों सोचे ?

जगाने  का फर्ज  है उसका, वह  तो निभाता है l


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