लक्ष्य करता हर
चुनोती को वरण,
हौसला यदि है
झुका सकते गगन |
सोच ऊँची
ही बनाओ सर्वदा,
ध्वंस है
निर्माण का पहिला चरण |
नभचर,जलचर, जब खेमों में
नहीं बंटे हैं,
थलचर प्राणी
क्यों आपस में लडें कटे हैं,
हम में हो सदभाव, सियासी दांव न
खेलें,
मिल कर रहना सीख
सकें हर जगह डटे हैं
नभचर,जलचर, जब खेमों में नहीं बंटे हैं,
थलचर प्राणी
क्यों आपस में लडें कटे हैं,
हम में हो सदभाव, सियासी दांव न
खेलें,
मिल कर रहना सीख
सकें हर जगह डटे हैं
नभचर,जलचर, जब खेमों में नहीं बंटे हैं,
थलचर प्राणी
क्यों आपस में लडें कटे हैं,
हम में हो सदभाव, सियासी दांव न
खेलें,
मिल कर रहना सीख
सकें हर जगह डटे हैं
नभचर,जलचर, जब खेमों में नहीं बंटे हैं,
थलचर प्राणी
क्यों आपस में लडें कटे हैं,
हम में हो सदभाव, सियासी दांव न
खेलें,
मिल कर रहना सीख
सकें हर जगह डटे हैं
नभचर,जलचर, जब खेमों में नहीं बंटे हैं,
थलचर प्राणी
क्यों आपस में लडें कटे हैं,
हम में हो सदभाव, सियासी दांव न
खेलें,
मिल कर रहना सीख
सकें हर जगह डटे हैं
नभचर,जलचर, जब खेमों में नहीं बंटे हैं,
थलचर प्राणी
क्यों आपस में लडें कटे हैं,
हम में हो सदभाव, सियासी दांव न
खेलें,
मिल कर रहना सीख
सकें हर जगह डटे हैं