गुनगुनाऊँ गीत जब भी प्रेम का,
साथ में बस तुम
मुझे स्वर साज दे देना,
मैं भटक जाऊँ
कभी यदि
राह में,
जिन्दगी कैसे
जिऊँ? अन्दाज दे देना l
ऐक तिनके का
सहारा मिल सका तो,
धार लहरें, मैं भँवर
तक पार
कर लूँगा,
सामने पाना मुझे
तुम देखना,
बस किनारे से
तनिक आवाज दे देना l
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