“आपरेशन सिन्दूर” ने मिटा दिए सब अंक भाल के,
जैसी करनी वैसी भरनी,दुश्मन हमतो सदा काल के,
सोचो समझो और विचारों, यह तो अभी बानगी भर है,
भोगो अब परिणाम किये के, टूटे पत्ते जुड़ें न दाल के |
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