Friday, 14 December 2018

भज लो सीताराम

                  मधुरस बरसेगा स्वयम, जब बोलोगे राम,
                  वाणी में लालित्य  हो, भजलो  सीताराम l
उलझा प्राणी मोह में, जीवन है संग्राम,
वही जीत पाया इसे, जो भजते हैं राम l
 

No comments:

Post a Comment