Friday 30 June 2023

श्रमित समय का अंशदान जिनका है जीवन,

सहभागी  हो कष्टों में, जो  हैं पीड़ित जन l

सब  में  हो  सदभाव, साधना ऐसी करिये,

           तभी आपको  हो  सकता  है, उसका दर्शन l 

Thursday 29 June 2023

 

जो मिला उससे, यही अहसान है,

मिल न पाया कुछ, नहीं कोई गिला,

है जरूरत कब, किसे, कितनी रही,

उस मुताविक भाग्य से उसको मिला l

Wednesday 28 June 2023

 

फल देतें हैं सदा सभी को, वृक्ष नहीं कुछ खाते,
धरती को सिंचित करते ही,बादल फिर उड़ जाते,
प्यास बुझाती प्यासे की ही,सरिता कब जल पीती,
पर उपकारी जो रहते हैं, धन्य वही हो पाते ,,,,,

Tuesday 27 June 2023

 

स्वच्छ विचारों से प्रसन्न मन, दया, प्रेम मन भाता,

कठिन कार्य भी कर सकता वह, नहीं कभी घबडाता,

       आगे  बढने  की  जिज्ञासा, जिसके मन  में  जागी,

विजय सदा  उसकी होती है, सत्य मार्ग अपनाता |

Monday 26 June 2023

 

सदा रहे निस्वार्थ भावना, हो  जग  का कल्याण,

सतत साधना के ही बल पर,बनती निज पहिचान,

सहें यातना, किन्तु ह्रदय में, भारत माँ  का मान,

कर्मठ, सदा  साहसी जग  में  पाते  हैं  सम्मान |

Sunday 25 June 2023

 

निकट पर, मिल नहीं सकते किनारों की तरह,

दिखते तो  पास, पर दूर  सितारों की  तरह |

मौसम  की  क्या ? बदलते  रहते हैं  हमेशा,

वे स्वयमं  बदल  जाते हैं,  बहारों  की तरह |

Saturday 24 June 2023

                                                                              नारी 

लज्जा,शील,सनेह, यही तो नारी के आभूषण,

निज का जो व्यक्तित्व, सदा से ही है दर्पण l

चन्चल और चपलता  को  उन्माद कहा है

सहज सरलता  प्रेम रहा  उसका  आकर्षण l


Friday 23 June 2023

सदा सत्य ही कहो, यही तो  रहा धर्म है,

अग्रज  का अनुशरण बताया गया कर्म है l

पर निन्दा करने से पाहिले तनिक विचारो,

            शब्दों को  तोलो फिर बोलो  यही मर्म है l 

Thursday 22 June 2023

 

प्राणी ने मन जीत लिया तो, जग को भी वह जीत जायगा,

दृढ़ संकल्प  सामने रक्खो, तो विचार भी  स्वस्थ आयगा |

अगर वासना मन में जागे, मन पर करो नियन्त्रण तो फिर,

मन को तुम एकाग्र करो तो, उसका तो फल  रंग लायेगा |

Wednesday 21 June 2023

जीवन  का  यदि सम्यक ढंग से करना है उपयोग,

अल्पाहारी,  सम्यक   निद्रा,  करें  आप  उपभोग l

हम शतायु  की  सोचें  मन  में, रहना हमें निरोग,

       स्वास्थलाभ संग,मन प्रसन्न हो,नियमित करिये योग l 

Tuesday 20 June 2023

योग

ऐश औ आराम  से  जीवन कटे,  यह भोग है,

असंतुलित भोजन करें परिणाम इसका रोग  है l

स्वस्थ हो तन,मन सहज ही,मनन चिन्तन साथ हो,

          जोड़ दो संग आत्मा मन, बस यही तो योग है | 

Monday 19 June 2023

 

फौलाद की   चट्टान को भी फोड़ सकते हो,

कोई कठिन अवरोध हो तुम तोड़ सकते हो l

तुम युवा हो, बस इरादा नेक सच्चा चाहिये,

सामर्थ  है तुम में, हवा रुख मोड़ सकते हो l

Sunday 18 June 2023

अकर्मण्य  जो  भी  होते हैं ,उनको विपदाओं ने घेरा,

मुर्गा होता नहीं  गाँव में, तो  क्या  होता नहीं सबेरा l

कर्म प्रधान मानते जो भी, वे ही लक्ष्य प्राप्त कर पाते,

       भाग्य भरोसे जो  भी  रहते, उनका जीवन रहा अँधेरा l 

Saturday 17 June 2023

 

भृष्टाचार  मिटाना  हमको, यह  ले लें  संकल्प,

हर कीमत पर  इसे  हटाना, कोई  नहीं विकल्प,

कोढ़ सरीखा  है  यह जग  में, नहीं इसे पनपायें,

अधिक बढ़ गया तो फिर सोचो,होगा कोई प्रकल्प ?l

Friday 16 June 2023

 

निज  का जो पुरुषार्थ समेटे, सत्संगत में जीता,

भक्ति भाव जिसकी रामायण और कर्म है गीता |

ईर्ष्या,द्वेष,घृणा,चिंता को, छोड़ सका जिसका मन,

जीवन उसका धन्य, समय यदि परोपकार में बीता |

Thursday 15 June 2023

 

कुछ प्रसंग ऐसे होते  हैं, बार बार  मन  में  आते हैं,

खट्टे मीठे अनुभव गत के, मन में  वही उतर आते हैं l

याद कभी उनकी हो आती,भीतर तक मन में जो ठहरे,

नहीं भुला पाते  हम जिनको, वही संस्मरण कहलाते हैं l

Wednesday 14 June 2023

 

महाजनो येन गत:    पन्था”, इसको मूल मन्त्र  ही  माना,

जिसने उसका किया अनुशरण, उसने सही मार्ग पहिचाना l

यों तो भ्रमित हो रहा मानव, मार्ग भटक जाता है जब तब,

सत्य आचरण के  ही   बल पर, लोगों ने प्रभु को है जाना l

Tuesday 13 June 2023

सृष्टि क्रम से जो जुड़ा, वह है पुरातन,

साध्य से  कैसे जुड़े, हों नित्य साधन l

धर्म मत  बाँटो, नया  है  या  पुराना,

             नित्य नूतन सत्य  ही  होता सनातन l 

Monday 12 June 2023

दोष दूसरों  के  मत  देखो, झाँको  अपने  अन्दर,

मिथ्या अंहकार  बढ़  जाता,  क्रोध, घृणा आते घर |

देखो तुम  अपने  दोषों को, स्वयं  सुधर  जाओगे,

सामजिक  अपराधी  कोई,  दण्ड दिलाओ  जी भर |

  

Sunday 11 June 2023

                       सदाचार संग नम्रता, क्षमा, दया का भाव,

        सत्य, शील ही प्रेम है, रहता नहीं अभाव |

       ज्ञान सहज पायें सभी, रहें अगर निश्चिन्त,

        अहंकार बस  छोड़ दें, झूठे  सभी  लगाव |

  

   

Wednesday 7 June 2023

 

उसने जो कुछ दिया बहुत है, बस उससके गुण गायें,

ऊपर क्यों? नीचे को देखें, फिर मन  को  समझायें |

हमसे जो भी गुणी योग्य है, उससे  ही  कुछ सीखें,

सन्तोषी रह,  अंहकार  तज,  आदर  भाव  जतायें |

Tuesday 6 June 2023

 

पर्यावरण—

                   वृक्ष हों तो स्वच्छ हो वातावरण,

दूर कर दें छा गया जो आवरण l

“ऐक पुत्र सो वृक्ष” यही नारा हो,

हम बदल सकते तभी पर्यावरण l

 

सो वृक्षों से  तुलना  करते, होते  पुत्र  समान.

नगर प्रदूषण ही  खो देगा, मानव की पहिचान l

आज  समय  के  साथ चेतना भी  आवश्यक,

ताप बढ़ा धरती का  तो फिर, होंगे सब हैरान l

 

पर्यावरण स्वच्छ  रक्खें,  सब  पेड़ लगायें,

घर  का  कचरा एकत्रित  कर, उसे जलाएं l

गोबर, मल को  करें  इकट्ठा  खाद  बनाएं,

रहें स्वच्छ सब तो जीवन में हम सुख पायें l

 

        पेड़ नहीं काटें, सब सुन लें, पेड़ सदा सुखदायी,

        अगर काटना, लगें दस गुना, होंगे यह फलदायी |

        दूषित वायु सोख लेते हैं, प्राण वायु हम सबको देते,

        इसका लाभ उठा सकते हम, मान सको होगी भरपाई |

 

            जितने ऊँचे वृक्ष लगेंगे, उतने  लगें  सुहावन,

            करें बादलों को आकर्षित,फल मिलता है पावन |

            वर्षा  हो  भरपूर यहाँ  पर, उत्तम खेती  होगी,

            पर्यावरण स्वच्छ हो जाए, मौसम हो मन भावन |

 

        रहें प्रदूषण मुक्त फेक्टरी, ऐसे यन्त्र लगायें,

        बने नगर से दूर तभी तो, मानव सब सुख पायें |

      डीजल का उपयोग न्यूनतम, होगा यह सुख दाई,

      उचित  सलाह लगे तो मानो, चेहरे सब मुस्काएं |

 

Monday 5 June 2023

 

बुद्धि, विवेकी पुरुषों की बातों को सुनता,

संग कभी पौराणिक आख्यानों को चुनता |

वही सामने आप सभी  के  मैं रखता हूँ,

साथ कल्पना  के  ताने बानों को चुनता |

Sunday 4 June 2023

 

परछाईं   के पीछे भागो, नहीं  पकड़  में  आये,

उसे छोड़  कर  आगे जाओ, तो  वह  पीछे धाये,

माया, ममता, और तृषा  का  यही हाल है मानो,

उसके प्रति बस मोह छोड़ दो, मन आनन्द समाये l

 

Saturday 3 June 2023

 

हर चीजों के मूल्य बढ़े पर, नैतिक मूल्य घटे हैं,

नैतिक मूल्य बढायें कैसे, जब हम स्वयम बटे हैं l

संस्कार दें हम बच्चों में, तो भविष्य सुखमय हो,

पर हम  जब परिणाम  देखते, केवल पाठ रटे हैं l

Friday 2 June 2023

आयु  होती  क्षीण, यदि निन्दा  करें  विद्वान की,

तप नष्ट होता जायेगा, यदि मान्यता अभिमान की l

झूठ  बोला  तो  समझ  लो, नष्ट होगा कर्म फल,

दूसरों  से  यदि  कही, महिमा कहाँ  फिर दान की l

  

Thursday 1 June 2023

 

जिसकी बुद्धि प्रखर होती है,वही व्यक्ति मेधावी होता,

मेधावी  ही  आगे  बढ़  कर, प्रज्ञावान प्रभावी  होता l

अगर विवेकी बनना है तो, बस सत्संग सदा आवश्यक,

गुणी, पारखी और विवेकी, वह  ही प्रतिभा शाली होता l