“महाजनो येन गत: स पन्था”, इसको मूल मन्त्र ही माना,
जिसने उसका किया अनुशरण, उसने सही मार्ग पहिचाना l
यों तो भ्रमित हो रहा मानव, मार्ग भटक जाता है जब तब,
सत्य आचरण के ही बल पर, लोगों ने प्रभु को है जाना l
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