बुद्धि, विवेकी पुरुषों की बातों को सुनता,
संग कभी पौराणिक आख्यानों को चुनता |
वही सामने आप सभी के मैं रखता हूँ,
साथ कल्पना के ताने बानों को चुनता |
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