Dr. Hari Mohan Gupta
Pages
Home
About Me
भजन
दोहा
गीत
ग़ज़ल
इंटरव्यू
मुक्तक
पुस्तकें
Contact Me
Monday, 29 October 2018
लड़ सकें कैसे यहाँ अनरीत से,
तन सुखी रहता सदा जग रीत से,
मन सुखी जो हार बदले जीत में,
है लड़ाई आज भी, जग में यहाँ,
लड़ सकें कैसे यहाँ अन रीत से l
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment