Dr. Hari Mohan Gupta
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Thursday, 25 October 2018
बेबसी
मुँह जुंबा हो बन्द वे ताले मिले,
बाद मेहनत हाथ को छाले मिले.
भूख से
तरपें नहीं
बच्चे
मेरे,
आबरू बेची, तब
निवाले
मिले |
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