सब बुराई ही खोजते,अच्छा देखें आप,
उसका प्रतिफल देखिये, पड़े अनूठी छाप |
जब बुराई हम देखते, मन में हो संताप,
अच्छाई तो देखिये, बड़े बनेगें आप |
उसका प्रतिफल देखिये, पड़े अनूठी छाप |
जब बुराई हम देखते, मन में हो संताप,
अच्छाई तो देखिये, बड़े बनेगें आप |
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