वर्ग भेद, विद्वेष हटायें, जनजीवन मन भावन,
आओ पाहिले मिल के मारें अंहकार का रावण l
रोड़े तो अक्सर आते हैं, सदा सत्य के पथ पर,
सदाचरण से जीत हमारी, पर्व मनाएं पावन l
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