Monday, 22 September 2025

 

सत्य का हो आचरण, औ पाक हो अपनी नियत,

सत्य हो व्यवहार में बस, हम जियें परमार्थ हित l

गीता, कुरान आदि ग्रन्थों  का रहा ऐसा ही मत,

इन्सान  में  बस लाजमी, उसमें रहे  इंसानियत l

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