निकट पर, मिल नहीं सकते किनारों की तरह,
दिखते तो पास, पर दूर सितारों की तरह |
मौसम की क्या ? बदलते रहते हैं हमेशा,
वे स्वयमं बदल जाते हैं, बहारों की तरह |
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