Tuesday, 2 April 2019

मतदान


 “मतदान”
मतदाता यह जान लें, आवश्यक मतदान,
प्रजातन्त्र रक्षित  रहे, बने  यही पहिचान.
             जाग्रत करना सभी को, तब होगा कल्याण,
             निर्णय लेना है  यही, रखना  उसका मान.
है चुनाव आयोग की, सबसे यही अपील,
वोट यहाँ बहुमूल्य है, कोई  नहीं दलील.
              भारत में इस वोट से, बनती है सरकार,
              सोचें समझें हम सभी, तो  होगा उद्धार.
जनता ही चुनती यहाँ, जनता की सरकार,
जनता जिम्मेदार  है, चुनना  है अधिकार.
               धर्म, जाति को छोड़ कर, हो कर हम निर्भीक,
               वर्गवाद, भाषा  नहीं,  छोड़े   सारी    लीक.
निर्वाचन में हम करें, शान्ति पूर्ण मतदान,
गरिमा अक्षणु देश की, परम्परा को मान.
               करना है  मतदान को, छोड़  जरूरी काम.
               यह भी आवश्यक बहुत, लोकतन्त्र के नाम.
कितनी भी कठनाई  हो, मिले नहीं आराम,
चुनना प्रतिनिधि है हमें, लें धीरज से काम.
                 बार बार समझा रहे, यह पुनीत  है काम,
                 हम विवेक से काम लें, होगा जग में नाम.
कोई भाषी  हम  रहें, ऐक  समूचा देश,
बिना प्रलोभन से करें,लोभ नहीं लवलेश.
                हम भारत के नागरिक, लोकतन्त्र पहिचान,
                आस्था रक्खें हम सभी, अपना बना विधान.
इसीलिये  समझा रहे, रक्खें  बुद्धि, विवेक,
सोच समझ कर वोट दें, जो चरित्र से नेक.

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