Tuesday, 15 December 2020

  विषयी  घोड़े  दोड़ते, उनको  लगे  लगाम,

   इन्द्रिय निग्रह जो करे, उसको मिलते राम l

पूजा हो श्री राम की,किन्तु सदा निष्काम,

सोते जगते  गाइए, बिना  किये  विश्राम l

  राम, राम, जय राम जी, राम राम भज राम,

 राम  राम  भजते  रहो, यदि  चाहो  आराम l

 मन में  हों श्री राम जी, काम  करें सब राम,

हर क्षण हो बस राममय, बिना किये विश्राम l               

   सारा जग  है  राममय, सभी जगह हैं राम,

  मन निर्मल यदि आपका, तो बसते अभिराम l

चलते फिरते भी भजो, मन ही मन श्री राम,

बिगड़ेगा कुछ  भी  नहीं, बन जाते  हैं काम l

     चित्र राम का मन बसे, होगा हर्ष अपार,

     सिया राम  की छवि रहे, होगा बेड़ा पार l

राम कथा अमृत कथा, विष को करती दूर,

विषय वासना हट सके, यश मिलता भरपूर l

  राम कथा जिसने लिखी, लिया राम का नाम,

   राम रंग  में  रंग गया, माया का क्या काम 

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