विषयी घोड़े दोड़ते, उनको लगे लगाम,
इन्द्रिय निग्रह जो करे, उसको मिलते राम l
पूजा हो श्री राम की,किन्तु सदा निष्काम,
सोते जगते
गाइए, बिना किये विश्राम l
राम, राम, जय राम जी, राम राम भज राम,
राम राम
भजते रहो, यदि चाहो
आराम l
मन में
हों श्री राम जी, काम करें सब राम,
हर क्षण हो बस राममय, बिना किये विश्राम l
सारा जग है राममय, सभी जगह हैं राम,
मन
निर्मल यदि आपका, तो बसते अभिराम l
चलते फिरते भी भजो, मन ही मन श्री राम,
बिगड़ेगा कुछ
भी नहीं, बन जाते हैं काम l
चित्र
राम का मन बसे, होगा हर्ष अपार,
सिया राम
की छवि रहे, होगा बेड़ा पार l
राम कथा अमृत कथा, विष को करती दूर,
विषय वासना हट सके, यश मिलता भरपूर l
राम कथा जिसने लिखी, लिया राम का नाम,
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