इस वर्ष
गणतन्त्र दिवस को कुछ ऐसे मनाएं,
आजादी का
अर्थ सभी
को हम समझायें l
संकल्प
दिवस है आज, प्रण
तो लेना होगा,
आतंकवाद
से आज सभी वधाएं जड़ से मिटायें
अभिनन्दन
गणतन्त्र दिवस का करते हम शत वार,
शान्ति
ऐकता के
माध्यम से बने ऐक
परिवार l
पंच शील
के सदा समर्थक, सत्य अहिंसा अनुयायी,
भारत वासी
विश्वबन्धु में बँधने
को तैयार l
आपका
सानिद्ध पाऊं, बस यही आशा रही है,
आपका गुण
गान गाऊँ, यही जिज्ञासा रही है l
पर कहाँ
पूरी हुई है, चाह मन की सोचता जो,
भाग्यशाली
हैं वही, जो पूर्ण अभिलाषा रही है l
सभी चाहते
सदा करें सब, उनकी ही अनुशंसा,
उनको चाटुकार ही घेरें, रहती ऐसी मंशा l
हर बुराई
पर परदा डालें, गाएं सब गुणगाथा,
सदा भली
लगती है सबको, अपनी आत्म प्रशंशा l
ईश्वर
के द्वारा ही सब
सम्पादित होता है ,
लेकिन
पौरुष मेरा नहीं विवादित
होता है l
रटे हुये
को पढना क्या, कुछ नया करें हम भी,
तो उत्साहित जीवन
भी, आनन्दित होता है l
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