काम क्रोध को जीत कर, भजो राम का नाम,
छोड़ो ईष्या. द्वेष को,
मिले राम का धाम l
भाँग, तमाखू ,सुरा
का, उतरे नशा प्रभात,
राम नाम का नशा हैं, जो रहता दिनरात l
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