इन्द्रिय सुख को त्याग दे, मन पर लगा लगाम,
फिर देखो परिणाम तुम, अन्तरमन में राम |
बिना चाहना के भजो, बिना किये विश्राम,
अनचाहे मिल जाँयगे, तुमको प्रभु श्री राम |
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