Saturday, 18 October 2025

 

काव्य जगत में कवि को वृह्मा,बतलाया है विज्ञ जनों ने,

जो भी रुचिकर देखा समझा, उतरा  वह उनके वचनों में l

अच्छी कृति लिखने वालों की, काया मरती नहीं कभी भी

जरा मरण से हीन अमर हो, कीर्ति सुयश फैले अपनों में l

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