Wednesday, 28 August 2019

जो करते हैं युग परिवर्तन

जिसमें साहस, धैर्य, शौर्य हो, नहीं किसी से वे डरते हैं,
आगे की जो सोचा करते, सही समझ कर पग धरते हैं |
कवि, सपूत, अरु सिंह सदा ही लिक छोड़ आगे चलते हैं,
जो करते  हैं  युग परिवर्तन, नई  राह  पर  वे  बढ़ते हैं |

डॉ. हरिमोहन गुप्त 

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