अगर
चाहते प्रगति, बड़ों से खुद को
जोड़ो,
काम आज का
आज, नहीं कल पर तुम छोडो |
पूरा जीवन
पड़ा हुआ है, कल
कर लेंगे,
यही भाव
रोड़ा बनता है,
उसको मोड़ो |
बारम्बार प्रयास करो तो, मिले
सफलता,
चिंता और निराशा छोडो, गई
विफलता.
असफलता से विमुख न
हो,संघर्ष करो तुम,
जब अवसर अनकूल,प्रगति पर
जीवन चलता |
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