हम ही
शासक,हम ही जनता, हम सब रहें सुरक्षित,
कोरोना तो हार
जायगा, जीतेंगे हम निश्चित |
कभी जमाती मरकज वाले, करते
काम घिनोना,
इधर,उधर से श्रद्धालु भी, संग
में लाये कोरोना |
दो गज की दूरी रखना है, नहीं
मानता कोई,
कहते कहते थक जाते हैं, बस
“हाथों को धोना” |
संयम,अनुशासन में रहना, संग
में हो मर्यादित,
हमको प्रण अब करना होगा, होगा तभी पराजित |
अब भी समय हाथ में है यदि, लाभ
उठा लें इसका,
भीड़ तन्त्र को रोकें हम सब, तो
फिर डर है किसका?
जितने बढना थे ये
रोगी, वहीं लगाम लगा
लें,
घर में रह कर
दूरी रक्खें, नाम मिटायें उसका |
हमको तो सचेत रहना है, तो हम होंगे गर्वित,
“
जागे तभी सबेरा मानो”, इसको करना चर्चित |
डाक्टर तो भगवान
बने हैं, सेवा को वे
तत्पर,
पुलिस हमारा साथ दे
रही, लाभ उठा लें बेहतर |
दोनों ही पूजित हैं
सच में, क्यों पत्थर हम मारें?
कोरोना को
जीत सकेंगे, जग को देंगे उत्तर |
शसन के निर्देश मान लें, सब दल हों
आकर्षित,
घर
में रहना, मुख को ढकना, लक्ष्य करेंगे अर्जित |
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