लिए
स्नेह हाथों में, लगाओ प्रेम का टीका,
जलाकर बैर होली में, बढाओ प्रीत पावन तुम l
बढ़ें नजदीकियां हम में, रहे उत्साह सबके मन,
खिलें चेहरे, प्रभुल्लित हों, भुला दें भेद सारे हम l
जलाकर बैर होली में, बढाओ प्रीत पावन तुम l
बढ़ें नजदीकियां हम में, रहे उत्साह सबके मन,
खिलें चेहरे, प्रभुल्लित हों, भुला दें भेद सारे हम l
गले मिल जाँय हम सबसे, ये दिन कल्याणकारी हो,
नहीं शिकवे शिकायत हो, ये हो त्योहार मंगलमय
|
बढ़ें हम सब प्रगति पथ पर, यही है कामना मन
की,
सदा हों आप हर्षित बस, बढायें आप सब परिचय |
मनाएं
रोज पावन पर्व, लगायें रंग हम सबको,
ये
समझें सब बराबर हैं, रहें सब मस्त होली में |
रहे
बस भाईचारा मन, यही हो भावना सबकी,
ये
जीवन ही गुजर जाये, सदा रसमय ठिठोली में |
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