Wednesday, 12 May 2021

 

                   राह  कटीली  बहुत है, पग पग पर अवरोध,

                      राम भजन से सुगम है,  यह मेरा अनुरोध l

माया मय संसार  है, जाग्रत होता मोह,

राम भजन से छूटता, कैसा भी हो द्रोह l

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