Thursday, 14 September 2023

राष्ट्र भाषा  है,  मगर  क्यों? आज  है  बेबस,

ज्ञान में, अभिज्ञान में पीछे, छिड़ी इस पर बहस,|

तीन सौ चौसठ दिनों तो,  रोयंगे हिन्दी को हम,

एक दिन है आज का हँस कर मने हिन्दी दिवस | 

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