रक्षा करते राम जी, बिना ढाल तलवार,
हमको तो विश्वास है, वे ही पालन हार l
तुम में ही रमता रहूँ, यही विनय है नाथ,
राम भरोसे जो रहे, राम उन्हीं के साथ l
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