मुख से निकले राम ही, बिना किये विश्राम,
सुख से बीते जिन्दगी, मिल जाये आराम l
अगर कामना मोक्ष की, या चाहो सुरधाम,
वह तुमको मिल जायगा, प्राणी जप तू राम l
No comments:
Post a Comment