Thursday, 31 July 2025


करें सन्गठन, द्वेष भाव को यहाँ मिटाएँ |

सभी जानते सत्य सदा से जीता जग में,

अंहकार के रावण को हम, यहाँ  जलाएं |

आओ हम ऐश्वर्य, शौर्य को यहाँ जगाएं,


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