करें सन्गठन, द्वेष भाव को यहाँ मिटाएँ |
सभी जानते सत्य सदा से जीता जग में,
अंहकार के रावण को हम, यहाँ जलाएं |
आओ हम ऐश्वर्य, शौर्य को यहाँ जगाएं,
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