बच कर हम
सबको रहना है, खोद रहे जो खाई,
भारत माँ के हम
सपूत हैं, आपस में हम हैं भाई l
हिन्दू को
मस्जिद प्यारी है, मुसलमान को हर मन्दिर,
मत बांटो, हम भारत वासी,
हिन्दू मुसलमान ईसाई l
राज तिलक जब
सुना राम ने, तभी हुये वनवासी,
लक्ष्मण क्या
पीछे रह सकते, बने
राम विश्वासी l
सीता कैसे साथ
छोड़ती, सुख वैभव को त्यागा,
सुन कर राम गये हैं वन में, भरत बने सन्यासी
l
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