Monday, 13 January 2025

 

                                           बच कर  हम  सबको रहना है, खोद रहे  जो  खाई,

भारत माँ  के  हम सपूत हैं, आपस में  हम हैं भाई l

हिन्दू को मस्जिद प्यारी है, मुसलमान को हर मन्दिर,

मत  बांटो, हम भारत वासी,  हिन्दू मुसलमान ईसाई l

 

 

राज तिलक जब सुना राम ने, तभी हुये वनवासी,

लक्ष्मण क्या पीछे रह सकते, बने  राम विश्वासी l

सीता कैसे  साथ  छोड़ती, सुख वैभव  को त्यागा,

सुन कर   राम गये हैं वन में, भरत बने सन्यासी l

 

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