Wednesday, 22 January 2025

 

जीवन  में  संघर्ष  मात्र  गैरों  अपनों  का,

और मरण अनबूझ पलायन भ्रमित जनों का.

लड़ना, थकना तो घटना क्रम  है जीवन का,

बस प्रभु  में  ही  लीन रहे, उद्देश्य जनों का.

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