खुद चाहे भूखा रहे, रखें पड़ोसी ध्यान,
वही जगत में श्रेष्ठ है,सबसे बढ़ कर दान.
विद्या संग सत्कर्म ही,दिया हुआ ही दान,
छाया सा पीछे चले, सदा बढ़ाता मान.
वही जगत में श्रेष्ठ है,सबसे बढ़ कर दान.
विद्या संग सत्कर्म ही,दिया हुआ ही दान,
छाया सा पीछे चले, सदा बढ़ाता मान.
No comments:
Post a Comment