Wednesday, 29 August 2018

श्रृद्धांजली

श्री पूरन  जी जिला जालौन के प्रसिद्ध कवि एवं रंगकर्मी थे,

पूरन जी  अब  नहीं रहे  हैं, कौन किसे  बतलाये,
पंचतत्व  में  लीन  हो  गये,  इसे  कौन  झुठलाये.
अब तो पूर्ण विराम लग गया, मौन हुये हैं हम सब,
साहित्य जगत में  सूनापन है, कौन राह दिखलाए.
                      डा० हरिमोहन गुप्त 

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