Sunday, 14 May 2023

              काव्य रचना में  अनोखी शक्ति है,

जो  जुड़ा  उससे सुवासित भक्ति है |

जोड़ती  हिन्दी   सदा  सद्भाव  से,

              बोलने की बस सहज अभिव्यक्त है |  

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