जो कुछ बिगड़ा भूल वश, उसे सुधारें आप,
ध्यान न दें उन पर कभी, हरहु सकल संताप |
काम सम्भाले राम के, जो थे अति गम्भीर,
मेरी भी बाधा हरो, दूर करो मम पीर |
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