नाता जोड़े राम से, छोड़ें सब छल छन्द,
सीमित इच्छा में रहें, वे रहते सानन्द l
कष्ट सभी के काटते, ऐसे हैं श्री राम,
सुख दुख में बस राम को, भजिये आठों याम l
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