गुरुवर सदा सिखाया करते, मन में साहस,दृढ़ता,
आंकी गई श्रेष्ठतम जग में, सदा पिता की क्षमता.
बिन माँगे सलाह मिल जाती अक्सर आम जनों से,
कोई सानी नहीं जगत में,बढ़ कर माँ की ममता.
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