Monday, 3 February 2025

बिन सत्संग विवेक नहीं  हो, ऐसा कथन सटीक  रहा है,

इसीलिये सत्संग करो तुम, “ज्ञान बिना गुरुयही कहा है.|

वह ही  मार्ग प्रदर्शक  बन कर, सीधी सच्ची राह दिखाता,

                                         गुरु  का उपदेशामृत पाकर, बिन प्रयास ही प्रभु मिल जाता. |

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