श्रद्धेय श्री नीरज को श्रद्धांजलि
जिन्दगी का मौत से ऐसा लगाव है,
बदले हुये लिवास में आना स्वभाव है.
थककर सफर में कोई सुस्ताने लगे पथिक,
मैं सोचता हूँ मौत ही ऐसा पडाव है.
डा० हरिमोहन गुप्त,
जिन्दगी का मौत से ऐसा लगाव है,
बदले हुये लिवास में आना स्वभाव है.
थककर सफर में कोई सुस्ताने लगे पथिक,
मैं सोचता हूँ मौत ही ऐसा पडाव है.
डा० हरिमोहन गुप्त,
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