Friday, 11 April 2025

 

कठनाइयों में, तुम उदास मत होना,

सलाह है, गैरों के ख़ास मत होना |

कठिन किरदार तो -अनुभवी ही निभाता,

                       (  मुश्किल से मिलता,)

परेशानियां होंगी, हताश मत होना |

 

 

सदा विलासता मृत्यु, और संयम है जीवन,

विषय वासना भार, त्याग ही है अमूल धन|

धैर्य और दृढता से  जो इनिद्रयजित रहता,

ईश्वर में  विश्वास  पायेगा  ईश्वर  दर्शन| 

दृष्टि कोण बदलें हम अपना, ऐसा लें संकल्प,

ईष्या,द्वेष, घृणा,चिन्ता का, ढूढें हमी विकल्प|

स्वस्थ विचारों का प्रवेश, सुख, शान्ति दिलाता,

परोपकार से  इस जीवन  का, होता कायाकल्प|

 

स्नान मात्र से तो केवल, नर तन सदा शुद्ध होता है,

जो भी दान करे जीवन में, तो धन सदा शुद्ध होता है |

जिसमें आई सहनशीलता, तो मन सदा शुद्ध होता है,

No comments:

Post a Comment