Thursday, 24 April 2025

यश, अपयश विधि हाथ सोच जो व्यक्ति जिया करते  हैं,

हानि, लाभ को  छोड़  व्यक्ति कर्तव्य  किया  करते  हैं |

जीवन  या फिर  मरण सदा  से  उसके  हाथ  रहा  है,

                                             सुख, दुःख में सम भाव, व्ही अमरत्व पिया करते हैं | 

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