Thursday, 3 April 2025

 

जीवन जिनका दीन, मित्र या बन्धु समर्पित,

उनका जीवन सफल, जिया जो ओरों के हित |

बिन साधन  जो रहे, साधनारत जीवन  भर,

श्रृद्धांजलि अर्पित, अब उनको हम संकल्पित |

 

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