Friday, 22 August 2025

 

लज्जा,शील,सनेह, यही तो नारी के आभूषण,

निज का जो व्यक्तित्व, सदा से ही  है दर्पण l

चन्चल  और चपलता  को  उन्माद  कहा है

सहज सरलता  प्रेम रहा  उसका  आकर्षण l

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