Sunday, 3 August 2025

 

क्षमा,दया  का  भाव सहज मानव में आता,

सन्तोषी रह, परोपकार  जो  भी अपनाता |

पर पीड़ा को समझ सका, जो करे आचरण,

चले सत्य की  राह, वही ईश्वर हो  जाता |

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