लगन परिश्रम ,सतत साधना जो अपनाते हैं
एकाग्र चित्त अभ्यासी ही मंजिल तक जाते हैं
सत्य मार्ग पर चलते जो सेवा व्रत ले कर
सच मानो तो वही लक्ष्य को छू पाते हैं
डॉ. हरिमोहन गुप्त
एकाग्र चित्त अभ्यासी ही मंजिल तक जाते हैं
सत्य मार्ग पर चलते जो सेवा व्रत ले कर
सच मानो तो वही लक्ष्य को छू पाते हैं
डॉ. हरिमोहन गुप्त
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