Tuesday, 20 September 2022

आस्था के स्वर

 

इष्ट सभी  के ऐक हैं, विविध उन्हीं के नाम,

लेकिन मुझको प्रिय लगा, दशरथ नन्दन राम l

राम नाम इक मन्त्र है, इसे जपो दिन रैन,

बाधाएँ  कट  जांयगी, तुम्हें  मिलेगा चैन l

मरा  मरा जप  कर  हुये, वाल्मीक विद्वान,

राम नाम यदि तुम जपो, मिल जाएँ भगवान l

राम संग  हैं  आपके, जितना है विश्वास,

जितने उसके पास जो, वह उतने ही पास

मुख से निकले राम ही, बिना किये विश्राम,

सुख से बीते जिन्दगी, मिल जाये  आराम l


बहुत समय पश्चात आप के सम्मुख हूँ,प्रयास करूंगा कि फिर कुछ साम्रगी आप तक पहुँच सके |

No comments:

Post a Comment